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दयाशंकर प्रजापति बने अखिल भारतीय प्रजापति (कुंभकार) महासंघ, बलिया के जिला अध्यक्ष

 


स्वजतियों में खुशी की लहर, संगठन को नई दिशा मिलने की उम्मीद


सिकन्दरपुर (बलिया), 3 अगस्त। अखिल भारतीय प्रजापति (कुंभकार) महासंघ, उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मनोज कुमार प्रजापति ने नवानगर ब्लॉक अंतर्गत सीसोटार गांव निवासी वरिष्ठ समाजसेवी एवं नेता दयाशंकर प्रजापति को महासंघ के बलिया जिला अध्यक्ष के रूप में मनोनीत किया है।

यह नियुक्ति संगठन के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि श्री दयाशंकर प्रजापति लंबे समय से समाज के आर्थिक, सामाजिक और शैक्षिक विकास के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। उनकी कार्यशैली और जनसंपर्क क्षमता को देखते हुए उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी गई है।

घोषणा के बाद खुशी की लहर

प्रदेश अध्यक्ष द्वारा जैसे ही यह घोषणा की गई, क्षेत्र के प्रजापति समाज में खुशी की लहर दौड़ गई। गांव-गांव और कस्बों में इस खबर पर चर्चा होने लगी और बधाई देने वालों का तांता लग गया। लोग फोन, सोशल मीडिया और व्यक्तिगत मुलाकात के जरिए दयाशंकर प्रजापति को शुभकामनाएं देने लगे।

बधाई देने वालों की लंबी सूची


श्री दयाशंकर प्रजापति को जिला अध्यक्ष बनाए जाने पर अनेक गणमान्य व्यक्तियों और समाज के सक्रिय कार्यकर्ताओं ने बधाई दी। इनमें प्रमुख रूप से:

शुभनारायण प्रजापति

डॉ. सुरेश प्रजापति

रामाश्रय प्रजापति

अवधेश प्रजापति

श्यामलाल प्रजापति

हरिहर प्रजापति

चंद्रजीत प्रजापति

रामशरण प्रजापति

मंगलदीप

रामबहादुर प्रजापति

आदि शामिल हैं।


सभी ने खुशी का इजहार करते हुए उम्मीद जताई कि उनके नेतृत्व में संगठन नई ऊंचाइयों को छुएगा।

 भविष्य की रूपरेखा पर उम्मीदें


समाज के लोगों ने भरोसा जताया कि श्री दयाशंकर प्रजापति के नेतृत्व में:


1. संगठन को मजबूती मिलेगी और इसकी जड़ें गांव-गांव तक फैलेंगी।

2. स्वजतियों की समस्याओं के समाधान के लिए ठोस पहल होगी।

3. आर्थिक विकास के नए अवसर पैदा किए जाएंगे।

4. शैक्षिक उन्नति के लिए छात्रवृत्ति, कोचिंग और करियर गाइडेंस जैसी योजनाएं चलाई जाएंगी।

5. सामाजिक एकजुटता बढ़ेगी और समाज के लोग एक मंच पर आएंगे।

दयाशंकर प्रजापति का व्यक्तित्व और योगदान

दयाशंकर प्रजापति न केवल एक सक्रिय नेता हैं, बल्कि एक समाजसेवी के रूप में भी उनकी पहचान है। उन्होंने बीते वर्षों में कई सामाजिक अभियानों में भाग लिया है, जिनमें:


गरीब और जरूरतमंद परिवारों की आर्थिक मदद।

शिक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए गांवों में जागरूकता अभियान।

युवाओं को रोजगार के अवसरों से जोड़ने के प्रयास।

स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन और लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाना।


इन कार्यों की वजह से वे समाज में लोकप्रिय हैं और सभी वर्गों के बीच उनकी छवि एक ईमानदार और मेहनती नेतृत्वकर्ता की है।

संगठन की भूमिका और चुनौतियां

अखिल भारतीय प्रजापति (कुंभकार) महासंघ का उद्देश्य समाज के आर्थिक, शैक्षिक और सामाजिक उत्थान के साथ-साथ राजनीतिक सशक्तिकरण भी है। बलिया जैसे जिले में, जहां ग्रामीण आबादी अधिक है और आजीविका का बड़ा हिस्सा परंपरागत व्यवसायों पर निर्भर है, वहां संगठन की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है।

नई जिम्मेदारी मिलने के बाद दयाशंकर प्रजापति को इन चुनौतियों से निपटना होगा:


युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ना।


कुम्हार समाज के परंपरागत पेशे को आधुनिक तकनीक से जोड़कर लाभकारी बनाना।


समाज में शिक्षा का स्तर बढ़ाना।


महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए योजनाएं चलाना।

समाज का समर्थन और विश्वास


नियुक्ति के बाद श्री दयाशंकर प्रजापति ने समाज के सभी लोगों का आभार व्यक्त किया और कहा:


 “यह पद मेरे लिए सम्मान के साथ-साथ जिम्मेदारी भी है। मैं कोशिश करूंगा कि समाज के हर वर्ग तक संगठन की पहुंच हो और उनकी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता पर हो।”

उन्होंने यह भी कहा कि एकजुटता ही प्रगति की कुंजी है और वे इस दिशा में पूरी निष्ठा से काम करेंगे।

निष्कर्ष

दयाशंकर प्रजापति की नियुक्ति न केवल संगठन के लिए, बल्कि पूरे प्रजापति समाज के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। उनके नेतृत्व में बलिया जनपद में संगठन की मजबूती, समाज की समस्याओं का समाधान और विकास की नई दिशा मिलने की उम्मीद है। क्षेत्र के लोग अब उनके अगले कदमों पर नजर रखे हुए हैं, और यह देखना दिलचस्प होगा कि वे अपने कार्यकाल में किस तरह से इन उम्मीदों को पूरा करते हैं।

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