बांसडीह प्रकरण का डीआईजी ने लिया संज्ञान एस आई एवं आरक्षी सस्पेंड
आरोप: कार के धक्के से घायल के साथ कोतवाली परिसर में एस आई रंजीत विश्वकर्मा ने बेरहमी से की मारपीट, डीआईजी ने किया निलंबित
बलिया। 5 मार्च। (डी एन एन)। बलिया जनपद के बांसडीह तहसील परिसर में कार के धक्के से घायल हुए सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के बांसडीह विधानसभा प्रभारी उमापति राजभर के साथ बांसडीह कोतवाली परिसर में पुलिस कर्मियों द्वारा कथित तौर पर की गई बेरहमी से मारपीट की घटना को डीआईजी आजमगढ़ परिक्षेत्र सुनील कुमार सिंह ने बेहद गंभीरता से लेते हुए बांसडीह कोतवाली में तैनात एस आई रंजीत विश्वकर्मा एवं आरक्षी शैलेश कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
ज्ञातव्य है कि सुभासपा के विधानसभा प्रभारी उमापति राजभर मंगलवार के दिन किसी काम से बांसडीह तहसील परिसर में मौजूद थे। इस दौरान कथित तौर पर एसडीएम के पेशकार ने उन्हें अपनी कार से टक्कर मार दिया। जिससे वह घायल हो गए इस दौरान पेशकार ने कोतवाली फोन कर पुलिस बुला लिया। मौके पर पहुंचे एस आई रंजीत विश्वकर्मा एवं एक सिपाही ने उमापति राजभर के साथ दुव्र्यवहार करते हुए उन्हें कोतवाली परिसर ले आए जहां उनके साथ बेरहमी से मारपीट की गयी। कार्रवाई न होने की स्थिति में सुभासपा ने 7 फरवरी को बांसडीह कोतवाली का घेराव करने का ऐलान किया था।
समाचार एजेंसी डीएनएन को मिली जानकारी के अनुसार बलिया के पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने घटना की जानकारी होते ही पुलिस कर्मियों पर आक्रोश व्यक्त किया। एसपी ने कहा कि पुलिस को यह कतई अधिकार नहीं है कि थाना परिसर में आए किसी व्यक्ति के साथ मारपीट करे। एसपी ने तत्काल बांसडीह के पुलिस क्षेत्राधिकारी प्रभात कुमार को मामले की जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
डीएनएन से बात करते हुए सुभासपा के प्रदेश प्रवक्ता सुनील कुमार सिंह ने बताया कि ‘एस आई रंजीत विश्वकर्मा के खिलाफ काफी दिनों से शिकायतें मिल रही थी। संगठन के विधानसभा प्रभारी उमापति राजभर के साथ की गई घटना अत्यंत निंदनीय है। उक्त एस आई के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई अपेक्षित है। इस तरह के किसी भी घटना को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कार्यकर्ताओं का सम्मान सर्वोपरि है।’
पीड़ित उमापति राजभर ने एस आई रंजीत विश्वकर्मा एवं बांसडीह एसडीएम के पेशकार दीपक के विरुद्ध बांसडीह कोतवाली में नामजद तहरीर देते हुए मुकदमा दर्ज कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है।
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