रिपोर्टर:-आलम खान
सिकंदरपुर (बलिया)।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, उत्तर प्रदेश के दिशा-निर्देश पर शुक्रवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिकंदरपुर में आपदा प्रबंधन को लेकर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस अभ्यास का संचालन राज्य आपदा मोचन बल (NDRF) उत्तर प्रदेश, लखनऊ की टीम ने किया।
ड्रिल के दौरान यह प्रदर्शित किया गया कि भूकंप, बाढ़, आगजनी या किसी भी प्राकृतिक आपदा की स्थिति में कैसे तुरंत और अनुशासित तरीके से राहत एवं बचाव कार्य किए जा सकते हैं। एनडीआरएफ के जवानों ने मलबे में दबे लोगों को निकालने, घायलों को प्राथमिक उपचार देने और एम्बुलेंस की मदद से अस्पताल तक पहुँचाने की विधियों का व्यावहारिक प्रदर्शन किया।
इस मौके पर एनडीआरएफ कमांडेंट के नेतृत्व में टीम लीडर नेसार अहमद, एक एसआई और 16 कॉन्स्टेबल मौजूद रहे। वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भी सक्रिय भागीदारी निभाते हुए घायलों को प्राथमिक उपचार और सुरक्षित स्थान तक पहुँचाने की जिम्मेदारी निभाई।
कार्यक्रम का संचालन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक डॉ. डी. विजय कुमार और डॉ. रामकिशुन की देखरेख में हुआ। राजस्व विभाग से कानूनगो हरेराम यादव, लेखपाल सचिन और अखिलेश ने आपदा की स्थिति में विभागीय भूमिका पर प्रकाश डाला।
मॉक ड्रिल में 108 एम्बुलेंस सेवा के चालक भानुप्रताप और पैरामेडिकल स्टाफ सुनील कुमार ने भी अपनी सेवाएँ दीं। मौके पर मौजूद लोगों को आपदा के समय घबराने के बजाय शांत रहने और प्रशिक्षित कर्मियों के निर्देशों का पालन करने की सीख दी गई।
स्थानीय नागरिकों और स्वास्थ्य केंद्र कर्मियों ने इस अभ्यास की सराहना करते हुए कहा कि यह ड्रिल न केवल जागरूकता बढ़ाने में सहायक रही, बल्कि अचानक आने वाली आपदाओं से निपटने की व्यावहारिक जानकारी भी दी।