सिकन्दरपुर (बलिया)।
थाना क्षेत्र के सिसोटार गांव में रविवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब गांव का एक चरवाहा रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हो गया। लापता युवक की पहचान नागा पाल के रूप में हुई है, जो प्रतिदिन की तरह सुबह अपने मवेशियों को चराने के लिए सिसोटार दियारे के पास स्थित सरयू नदी के किनारे गया था। ग्रामीणों के अनुसार, नागा पाल दिन में मवेशियों को नदी के उस पार ले गया था, क्योंकि बरसात के मौसम में दियारा क्षेत्र की घनी हरी घास मवेशियों के लिए बेहतर चारा उपलब्ध कराती है।
देर शाम जब गांव के मवेशी अपने-अपने घर लौटने लगे, तो लोगों को आश्चर्य हुआ कि नागा पाल उनके साथ नहीं था। परिवार के सदस्यों ने पहले यह सोचा कि शायद वह किसी और रास्ते से लौट रहा होगा, लेकिन काफी देर इंतजार करने के बाद भी जब वह नहीं आया, तो चिंता बढ़ गई। परिजनों और कुछ ग्रामीणों ने रात में टॉर्च लेकर नदी किनारे और आसपास के खेतों में उसकी खोजबीन शुरू की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।
ग्रामीणों को गहरा संदेह
गांव के कई लोगों ने बताया कि उन्होंने मवेशियों को नदी के उस पार चरते देखा था, लेकिन नागा पाल को नहीं देखा। इससे ग्रामीणों में यह आशंका गहरी हो गई कि कहीं वह नदी में डूब तो नहीं गया। बरसात के कारण सरयू नदी इन दिनों उफान पर है और तेज धारा में तैरना बेहद जोखिम भरा है। कई बार स्थानीय लोग नदी पार करने के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं।
पुलिस ने तुरंत शुरू किया सर्च ऑपरेशन
परिवार की सूचना पर थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार सिंह ने घटना को गंभीरता से लेते हुए तुरंत सर्च ऑपरेशन शुरू कराने का आदेश दिया। हल्का उपनिरीक्षक सकील अहमद के नेतृत्व में पुलिस बल और गोताखोरों की टीम को सिसोटार दियारा क्षेत्र में भेजा गया। गोताखोर नदी में कई स्थानों पर खोजबीन कर रहे हैं, जबकि पुलिस टीम आसपास के झाड़ियों और खेतों में भी तलाशी ले रही है।
थानाध्यक्ष ने बताया कि नदी की तेज धार और बढ़ा हुआ जलस्तर खोज कार्य को चुनौतीपूर्ण बना रहा है। "हम हर संभव कोशिश कर रहे हैं कि युवक का जल्द से जल्द पता लगाया जा सके। गोताखोरों को लगातार पानी में उतारा जा रहा है और तलाशी अभियान देर रात तक जारी रहेगा," उन्होंने कहा।
गांव में पसरा सन्नाटा
नागा पाल के लापता होने की खबर पूरे गांव में फैलते ही माहौल गमगीन हो गया। ग्रामीण नदी किनारे इकट्ठा होकर खोज अभियान की जानकारी लेते रहे। परिजन बेहद व्याकुल हैं और किसी अनहोनी की आशंका से लगातार भगवान से उसकी सलामती की प्रार्थना कर रहे हैं।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से नदी किनारे सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने और चेतावनी बोर्ड लगाने की मांग की है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। फिलहाल, पुलिस और बचाव दल का संयुक्त अभियान जारी है और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही नागा पाल का पता चल जाएगा।