रिपोर्टर:- आलम खान
सिकंदरपुर, बलिया। सिकंदरपुर तहसील समाधान दिवस में शनिवार सुबह 10 बजे से ही फरियादी अपनी-अपनी शिकायतें लेकर पहुंचे। जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने जनसमस्याओं को गंभीरता से सुना और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
सर्वप्रथम चेतन किशोर गांव के अनुपम राय ने गड़ही के अतिक्रमण का मुद्दा उठाया, जिससे नाली का पानी खेतों में भरकर फसलें नष्ट हो रही हैं। रिटायर्ड शिक्षक राजेंद्र राय ने जल जमाव की समस्या बताई, वहीं समाजसेवी प्रकाश सिंह ने पंदह क्षेत्र के चड़वा-बरवा गांव में जर्जर प्राथमिक विद्यालय को ध्वस्त कर नया भवन बनाने की मांग की। ग्रामसभा सिसोटार के मुख्य मार्ग के निर्माण का मामला भी सामने आया।
विषहर गांव में कोटे को लेकर दो स्वयं सहायता समूहों में विवाद पर जिलाधिकारी ने जांच का निर्देश दिया। बेलसड़ी गांव के मनोज कुमार ने विकास कार्यों में लूट-खसोट का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की।
तहसील दिवस में सबसे अधिक 219 मामले राजस्व एवं खाद्य एवं रसद विभाग से संबंधित रहे, जिनमें से मौके पर 7 मामलों का निस्तारण किया गया। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि विरासत व पैमाइश से जुड़े कोई भी मामले लंबित न रहें।
उन्होंने कहा कि विधवा महिला को मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए कार्यालयों के चक्कर लगाना शर्मनाक है, इसलिए सही शिकायतों का तत्काल समाधान करें और झूठी शिकायत करने वालों पर कार्रवाई भी हो।
कार्यक्रम में सीएमओ बलिया, अपर पुलिस अधीक्षक अनिल झा, डीएसओ बलिया, उपजिलाधिकारी सिकंदरपुर सुनील कुमार, क्षेत्राधिकारी सिकंदरपुर रजनीश कुमार यादव, थाना प्रभारी सिकंदरपुर, खेजुरी, मनियर, पकड़ी सहित सभी विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।