अमृत भारत योजना में बेल्थरारोड स्टेशन के विकास हेतु स्वीकृत 16.52 लाख पर उठे सवाल
अमृत भारत योजना में बेल्थरारोड स्टेशन के विकास हेतु स्वीकृत 16.52 लाख पर उठे सवाल
बिल्थरारोड (बलिया)। रेल संरक्षा तथा सुरक्षा के प्रति पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन कटिबद्ध है। इसके अलावे समय-समय पर बराबर इसके लिए सूचनाए भी पूछ-ताछ केन्द्रों से रेलवे स्टेशनों पर प्रसारित भी होती रहती है। रेल प्रशासन की इस कथनी व करनी का खुलासा उस समय हो गया जब रविवार को 01748 नम्बर की वाराणसी सीटी से भटनी के बीच चल रही पैसेंजर टेªन के बेल्थरारोड रेलवे स्टेशन के प्लेट फार्म नम्बर 3 पर पहुंचने के बाद हो गया। रेल यात्री 3 नमबर प्लेट फार्म से 1 नम्बर प्लेट फार्म पर जाने के लिए बच्चे, बुढे़, महिला, पुरुष तक रेल पटरी पार करते देखे गये। स्टेशन पर सुरक्षा का सारा पोल खुल गया। अमृत भारत योजना में बेल्थरारोड स्टेशन के लिए स्वीकृत 16.52 लाख की धनराशि स्वीकृत होने के बाद भी इस तरह से यात्रियों की दुदर्शा पर आम लोगों में चर्चा का विषय बन गया था। और स्वीकृत बजट पर सवाल उठने लगे थे। यही हाल लगभग हर ट्रेनों का हो चुका है, जो 2 या 3 नम्बर के प्लेट फार्म पर जो ट्रेनें आ रही है।
यात्रियों की माने तो रविवार को 01748 नम्बर की पैसेंजर ट्रेन के बेल्थरारोड रेलवे स्टेशन के प्लेट फार्म नम्बर 3 पर पहुंचने के बाद बच्चे, बुढे़, महिला, पुरुष सभी यात्री 2 नम्बर प्लेट फार्म को पार कर 1 नम्बर प्लेट फार्म पर जाने के लिए बीच की रेल पटरी को पार करते देखा गया। जिस प्रकार से यात्रियों की कतार रेल पटरी को पार कर रही थी, काश ! कोई दूसरी ट्रेन उसी समय आ गयी होती तो कितनी बड़ी जन हानि हो गई होती, सहत तरीके से इसका अंदाजा नही लगाया जा सकता था।
एक प्लेट फार्म से दूसरे प्लेट फार्म पर आने-जाने के लिए रेल प्रशासन ने एक ओवर ब्रिज दे रखा है। जिसकी सीढ़ियों में लगी लोहे की एंगिल से अनेक यात्री चोटिल हो चुके हैं। इस मामले में रेल अधिकारी भी अपनी टिप्पणी दे चुके हैं। फिर भी कोई सुधार नही हो सका। दूसरा भी ओवर ब्रिज का निर्माण प्रस्तावित है कब तक वह मूर्त रुप लेगा, जानना मुश्किल है।
क्षेत्रीय सांसद रामाशंकर विद्यार्थी ने यात्रियों की सुरक्षा तथा सुविधाओ के बारे में गंभीरता से विचार कर त्वरित कार्यवाही करने की मांग की है।
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