बलिया। बलिया नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष संत कुमार गुप्ता उर्फ मिठाई लाल पर शासन ने बड़ी कार्रवाई की है। नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव (नगर निकाय) ने उनके वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार तत्काल प्रभाव से सीज कर दिए हैं।
सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई ददरी मेले से जुड़ी भूमि अधिग्रहण और आयोजन कार्यवाही में लापरवाही तथा उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना के आरोप में की गई है।
शासन ने अध्यक्ष को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए पूछा है कि —
“क्यों न आपके सभी अधिकार तब तक के लिए स्थगित कर दिए जाएँ, जब तक आप लगाए गए आरोपों से मुक्त न हो जाएँ?”
जिलाधिकारी बलिया की रिपोर्ट में कहा गया था कि अध्यक्ष ने ददरी मेले से संबंधित निर्णयों में अनावश्यक विलंब किया और अपने पद का दुरुपयोग करते हुए प्रशासनिक कार्यों को प्रभावित किया। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख है कि इस वजह से ऐतिहासिक ददरी मेला, जो बलिया की सांस्कृतिक पहचान माना जाता है, संकट में पड़ गया।
28 अक्टूबर 2025 को जारी आदेश में शासन ने स्पष्ट किया है कि —
“अब ददरी मेले के आयोजन से संबंधित सभी निर्णय और जिम्मेदारियाँ जिलाधिकारी बलिया के पास रहेंगी।”
इस कार्रवाई के बाद राजनीतिक हलकों में सरगर्मी बढ़ गई है।
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विपक्षी दलों ने इसे शासन की कड़ी चेतावनी बताया है।
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वहीं सत्तापक्ष के नेताओं का कहना है कि यह “प्रशासनिक सुधार की दिशा में बड़ा कदम” है।
स्थानीय जनता में भी फैसले को लेकर मिश्रित प्रतिक्रियाएँ सामने आ रही हैं। कुछ लोग इसे “ददरी मेले को बचाने की ज़रूरत” बता रहे हैं, तो कुछ इसे “राजनीतिक टारगेटिंग” करार दे रहे हैं।
अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि मिठाई लाल इन आरोपों का क्या जवाब देते हैं, और क्या वे अपने पद व प्रतिष्ठा को बचा पाते हैं या नहीं।
