6 साल के बच्चे ने रखा रोज़ा, सभी ने उसके जज़्बे को किया सलाम
सिकन्दरपुर(बलिया): आज के दौर में, जब हमारे बीच बहुत कम लोग अपने धार्मिक कर्तव्यों को पूरी ईमानदारी से निभाते हैं, एक 6 साल के बच्ची ने अपनी ईमानदारी और जज़्बे का एक शानदार उदाहरण पेश किया है। ग्राम किकोढा में मरहूम मंजूर अहमद खान के पोती आमीन ने रमजान के शुरुआत में पहला रोज़ा रखा और अपनी उम्मीद से भी ज्यादा हिम्मत और सब्र का प्रदर्शन किया।यह काफ़ी सराहनीय है कि एक 6 साल के बच्ची ने अपने परिवार और समाज को यह संदेश दिया है कि उम्र केवल एक संख्या है, और असली जज़्बा और ईमान इंसान के अंदर होता है। इस रोज़ा रखने के जरिए, इस बच्चे ने न केवल अपनी धार्मिक अनुशासन को अपनाया, बल्कि अपने आस-पास के लोगों को भी अपनी भावना से प्रेरित किया। बच्चे के माता-पिता ने बताया कि उन्होंने हमेशा अपने बच्चे को धार्मिक अनुशासन और ईमान की अहमियत समझाई थी, और आज यह देखकर उन्हें अपने बच्चे पर गर्व है।
इस तरह का रोज़ा रखना न केवल धार्मिक रूप से लाभकारी है, बल्कि यह बच्चे को अपनी ज़िंदगी में सब्र, भरोसा और ईमान का महत्व समझने में भी मदद करता है।
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