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बलिया में नैनो उर्वरकों पर आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न



रिपोर्टर:-आलम खान

जनपद बलिया के कृषि भवन सभागार में इफको द्वारा आयोजित नैनो यूरिया प्लस एवं नैनो डीएपी तरल पर आधारित एकदिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में जनपद के विभिन्न बिक्री केंद्रों के प्रभारी एवं प्रगतिशील कृषकों ने सहभागिता की।

इफको बलिया के क्षेत्र अधिकारी श्री आशीष गुप्ता ने उपस्थित जनसमूह को नैनो उर्वरकों की प्रयोग विधिखपत, एवं कृषि में इसके प्रभावशाली लाभों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

प्रमुख बिंदु: नैनो डीएपी एवं नैनो यूरिया प्लस का प्रयोग एवं लाभ

नैनो डीएपी तरल का प्रयोग

बीज शोधन: 5 मि.ली./किग्रा बीज


जड़ शोधन: 5 मि.ली./लीटर पानी


फसल पर छिड़काव: 4 मि.ली./लीटर पानी (30-35 दिन बाद)


नैनो यूरिया प्लस का प्रयोग

प्रथम छिड़काव: 30-35 दिन पर


द्वितीय छिड़काव: 15-20 दिन बाद


मात्र 500 मि.ली. प्रति एकड़ पर्याप्त


लाभ:

पारंपरिक उर्वरकों की तुलना में सस्ता (₹600/बोतल)


मिट्टी, जल और वायु प्रदूषण में कमी


भंडारण व परिवहन में सरलता


उत्पादन लागत में कमी व उपज की गुणवत्ता में वृद्धि


खरपतवार नियंत्रण में सहायता


पर्यावरण हितैषी विकल्प


अधिकारियों के दिशा-निर्देश

उप कृषि निदेशक श्री मनीष कुमार सिंह ने निर्देशित किया कि नैनो उर्वरकों की बिक्री कृषकों को प्रयोगविधि एवं लाभ समझाकर की जाए। साथ ही ड्रोन तकनीक द्वारा खेतों में अधिकाधिक छिड़काव कर प्रदर्शन (डेमो) से जागरूकता बढ़ाई जाए।

जिला कृषि अधिकारी श्री पवन कुमार प्रजापति ने सभी केंद्र प्रभारियों को निर्देशित किया कि बिक्री केवल पीओएस मशीन से हो। स्टॉक रजिस्टर बनाए रखें, और किसानों को उर्वरकों की जानकारी छोटे-छोटे गोष्ठियों के माध्यम से 

यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आत्मनिर्भर कृषि की दिशा में एक मजबूत पहल सिद्ध हुआ है। सभी किसानों से आग्रह किया गया कि वे पारंपरिक उर्वरकों की जगह अब नैनो तकनीक का उपयोग कर लागत कम और उत्पादन अधिक करें।

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