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एसडीएम सुनील कुमार ने बीएलओ को दिया प्रशिक्षण, निर्वाचक नामावली पुनरीक्षण में लापरवाही न बरतने की हिदायत


 

सिकंदरपुर, बलिया।
त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन 2025-26 की निर्वाचक नामावली के वृहद पुनरीक्षण को लेकर सिकंदरपुर तहसील क्षेत्र में तैयारियां तेज हो गई हैं। बुधवार को तहसील सभागार में सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी एवं उप जिलाधिकारी सिकंदरपुर सुनील कुमार की अध्यक्षता में बीएलओ और पर्यवेक्षकों का प्रशिक्षण संपन्न हुआ। यह प्रशिक्षण तीन शिफ्टों में आयोजित किया गया, जिसमें विकास खंड नवानगर, पंदह और आंशिक मनियर क्षेत्र के बीएलओ शामिल हुए।

प्रशिक्षण में संबंधित विकास खंडों के खंड शिक्षा अधिकारी, खंड विकास अधिकारी (समन्वयक), सहायक विकास अधिकारी (सहायक समन्वयक) और रजिस्ट्रार कानूनगो भी मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान आर.के. निर्वाचन लिपिक ने सभी बीएलओ को आवश्यक स्टेशनरी सामग्री वितरित की, जिसमें मतदाता सूची पुनरीक्षण के लिए आवश्यक प्रपत्र, पेन और अन्य सामग्री शामिल थी। अधिकारियों ने स्पष्ट निर्देश दिए कि मतदाता सूची के पुनरीक्षण में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। पात्र व्यक्तियों का नाम जोड़ने और अपात्र नामों को हटाने की प्रक्रिया को पूर्ण सावधानी से पूरा करने पर जोर दिया गया।

तहसील क्षेत्र के नवानगर, पंदह और आंशिक मनियर के 114 ग्राम पंचायतों के लिए कुल 217 मतदान केंद्र और 552 मतदेय स्थल बनाए गए हैं। इनमें नवानगर ब्लाक की 50 ग्राम पंचायतों के लिए 104 मतदान केंद्र और 264 मतदेय स्थल, पंदह ब्लाक की 45 ग्राम पंचायतों में 85 मतदान केंद्र और 203 मतदेय स्थल, जबकि आंशिक मनियर की 19 ग्राम पंचायतों में 28 मतदान केंद्र और 85 मतदेय स्थल निर्धारित किए गए हैं।

अधिकारियों ने बताया कि मतदाता सूची का यह वृहद पुनरीक्षण चरण बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसके पूरा होने के बाद ही आगामी पंचायत चुनाव की तैयारियां अगले चरण में प्रवेश करेंगी। प्रशिक्षण के दौरान बीएलओ को फॉर्म भरने की सही विधि, आवश्यक दस्तावेजों के सत्यापन की प्रक्रिया और समय सीमा के भीतर कार्य पूरा करने की रणनीति पर विस्तृत जानकारी दी गई। साथ ही यह भी समझाया गया कि घर-घर जाकर पात्र मतदाताओं का पंजीकरण सुनिश्चित करना उनकी प्राथमिक जिम्मेदारी है।

एसडीएम सुनील कुमार ने उपस्थित सभी बीएलओ और पर्यवेक्षकों से अपील की कि वे पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ यह कार्य करें, ताकि कोई भी पात्र नागरिक अपने मताधिकार से वंचित न रह जाए। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची की सटीकता ही लोकतांत्रिक प्रक्रिया की मजबूती का आधार है, और इस जिम्मेदारी को हर अधिकारी और कर्मचारी को गंभीरता से निभाना चाहिए।

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